1. अभिज्ञ = ज्ञाता , जानकार
अनभिज्ञ = अन्+अभिज्ञ, ना जानकार .
कैलास- मानसरोवर- शुद्ध वर्तनी (शिव जी का निवास )
' कैलास ' संस्कृत का शब्द है और इसी अर्थ में प्रयोग होता है. संस्कृत में ' कैलाश ' कोई शब्द है ही नहीं. इसी तरह खड़ी बोली ( तत्सम हिंदी ) में ' कैलाश ' कोई शब्द है ही नहीं. माननीय मोदी जी और माननीय योगी जी के प्रयोग करने मात्र से ' कैलाश मानसरोवर ' सही नहीं होजाएगा.
3. ज्योत्सना - अशुद्ध वर्तनी
ज्योत्स्ना - शुद्ध वर्तनी ( चाँदनी )
4. ओउम - अशुद्ध वर्तनी
ओ३म् - शुद्ध वर्तनी ( ओ और म् के बीच में ३ का अंक प्लुत स्वर
5. महत्व - अशुद्ध वर्तनी
महत्त्व - शुद्ध वर्तनी
6. दवाईयाँ - अशुद्ध वर्तनी
दवाइयाँ - शुद्ध वर्तनी
7. उज्जवल - अशुद्ध वर्तनी
उज्ज्वल - शुद्ध वर्तनी
8. हम प्रायः प्रयोग करते हैं ' सेठ जी ' . सेठ गोविंददास हिंदी के एक बड़े साहित्यकार हैं.
' सेठ ' शब्द ' श्रेष्ठ से बना है. ' श्रेष्ठ ' का अर्थ है। ' सर्वोत्तम ' . अतः शब्द ' श्रेष्ठतर ' या
' श्रेष्ठतम ' ग़लत प्रयोग हैं.
9. ' जगदम्बे माँ ' या ' जगदम्बा माँ ' दोनों प्रयोग ग़लत हैं क्योंकि ' जगदम्बा ' = जगत् + अम्बा . अर्थात् इसमें माँ
शब्द पहले से जुड़ा हुआ है.
10. कर्ण ने कवच-कुण्डल दान दिये ( दिए ) -- ग़लत
कर्ण ने कवच- कुण्डल दान किये ( किए )-- सही
क्योंकि दान शब्द में ' देना ' क्रिया समाहित है, इसलिए दान किया जाता है, दिया नहीं जाता