प्रश्न- तेजाबी वर्षा (एसिड रेन) किसे कहते है?
उत्तर- वातावरण में जमा सल्फरडाई आक्साईड वातावरण की नमी पाकर सल्फ्यूरस तथा सल्फ्यूरिक अम्लों में परिवर्तित हो जाती है। ये घातक अम्ल जब बरसात के साथ पृथ्वी पर पड़ते हैं तो उसे तेजाबी वर्षा कहा जाता है।
प्रश्न- तेजाबी वर्षा से अम्लीय हुयी झील को किस पदार्थ से ठीक किया जा सकता है?
उत्तर- चूना डालकर।
उत्तर- फसलों और पेड़—पौधों की वृद्धि में रूकावट, जंगलों का विनाश, मानव श्वसन संम्बंधी रोग, जलीय जीवों की मौत, भवनों पर दुष्प्रभाव, झीलों का अम्लीय होना आदि।
प्रश्न- अम्ल वर्षा के मुख्य कारण कौन—कौन से हैं?
उत्तर- औघोगिकरण, बढ़ता यातायात तथा कृषि का मशीनीकरण।
प्रश्न- अम्ल वर्र्षा की रोकथाम के लिए क्या—क्या उपाय किये जा सकते हैं?
उत्तर- गैर परम्परागत ऊर्जा का उपयोग बढ़ाकर, कम सल्फ्Qर वाला ईंधन उपयोग करके, सल्फ्Qरडाई ऑक्साइड व नाइट्रसडाई ऑक्साइड की मात्रा को नियन्त्रित करके तथा प्रदूषण नियन्त्रक लगाकर स्त्रोत पर ही प्रदूषकों का नियत्रंण करके।
प्रश्न- जल प्रदूषण की समस्या को पहचानने वाला पहला व्यक्ति कौन था?
उत्तर- हिप्पोक्रेटस।
प्रश्न- नगरों के खराब पानी को साफ करने के लिए बनाये जाने वाले गड्ढों को क्या कहते हैं?
उत्तर- ऑक्सीडेशन तालाब।
प्रश्न- व्यर्थ बहते पानी को भूमि में पहुंचाने के लिए बनाये जाने वाले गड्ढों को क्या कहते हैं?
उत्तर- सोख्ता गढ्ढ़े (सॉक पिट्स)।