प्रश्न- शोर से क्या अभिप्राय है?
उत्तर- शोर का अर्थ होता है— अनावश्यक, अनुपयोगी एवं असुविधाजनक कर्कश ध्वनि।
प्रश्न- शोर मापने की इकाई को क्या कहते हैं?
उत्तर- शोर मापने की इकाई को डेसीबल (डी.बी.) कहते हैं।
प्रश्न- शोर प्रदूषण को कैसे मापा जाता है?
उत्तर- शोर प्रदूषण की मात्रा को उसके दबाव, सघनता, उच्चता अथवा तारत्व से मापा जाता है।
उत्तर- वाहन, कारखाने, धार्मिक आयोजन, राजनैतिक कार्यक्रमों का शोर, विवाह समारोह में होने वाला शोर, वायुयानों का शोर आदि शोर प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं।
प्रश्न- शोर प्रदूषण से होने वाले दुष्प्रभाव बताओ?
उत्तर- शोर प्रदूषण से चिड़चिड़ापन, बहरापन, चमड़ी पर सरसराहट, उल्टी, जी—मितलाना, चक्कर आना और स्पर्श अनुभव की कमी जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं। शोर का स्तर 190 डी.बी. से अधिक होने पर व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
प्रश्न- शोर प्रदूषण का सर्वाधिक दुष्प्रभाव किस अंग पर होता है?
उत्तर- कान पर, क्योंकि शोर प्रदूषण से श्रवणशक्ति का ह्रास होता है तथा स्थायी व अस्थायी बहरापन हो सकता है।
प्रश्न- कितने डेसीबल तक शोर हानिकारक नहीं होता?
उत्तर- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार औघोगिक क्षेत्रों में 75 डेसीबल, व्यापारिक क्षेत्रों में 65 डेसीबल, आवासीय क्षेत्रों में 55 डेसीबल तथा शांत क्षेत्रों में 50 डेसीबल शोर को सुरक्षित माना जा सकता है।
प्रश्न- शांत क्षेत्र किसे कहते हैं?
उत्तर- जिन इलाको में अस्पताल, पुस्तकालय व शिक्षण संस्थान आदि होते हैं, उन्हें शांत क्षेत्र कहा जाता है।
प्रश्न- शोर प्रदूषण को रोकने के उपाय बतायें?
उत्तर- निजी वाहनों का कम से कम उपयोग करें व सार्वजनिक परिवहन सेवा का उपयोग करें। डी.जे., टी.वी, रेडियो, सी.डी. प्लेयर धीमी आवाज पर बजाएं। हॉर्न का प्रयोग अति आवश्यक होने पर ही करें तथा प्रेशर हॉर्न का प्रयोग बिल्कुल न करें। आतिशबाजी न चलाएं। लाउड स्पीकर का प्रयोग आवश्यक होने पर निश्चित आवाज में ही करें। धार्मिक आडम्बरों का शोर रोकें। ध्वनि प्रतिरोधी भवनों का निर्माण करके भी शोर प्रदूषण को रोका जा सकता है।
प्रश्न- शोर प्रदूषण कितने प्रकार का होता है?
उत्तर- शोर प्रदूषण प्राकृतिक व कृत्रिम दो प्रकार का होता है।
प्रश्न- प्राकृतिक शोर प्रदूषण के प्रमुख स्त्रोत कौन—कौन से हैं?
उत्तर- बादलों का गरजना, नदियों व झरनों का शोर, तूफ्Qान व भूकम्प से होने वाला शोर आदि प्राकृतिक शोर प्रदूषण कहलाता है।
प्रश्न- सर्वोच्च न्यायालय ने लाउड स्पीकर के प्रयोग को किस अवधि के लिए वर्जित घोषित किया है?
उत्तर- सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे के बीच लाउड स्पीकर का प्रयोग वर्जित है।
प्रश्न- क्या जागरण भी शोर प्रदूषण का कारण बनते हैं?
उत्तर- हां। सभी धार्मिक आयोजन जिनमें लाउडस्पीकर प्रयोग किये जाते हैं वे शोर प्रदूषण को बढ़ाते हैं।
प्रश्न- मुम्बई में किस धार्मिक आयोजन से सर्वाधिक शोर प्रदूषण फ्ैलता है?
उत्तर- गणेश उत्सव के दौरान।
प्रश्न- गुजरात के किस धार्मिक उत्सव पर सर्वाधिक शोर प्रदूषण होता है?
उत्तर- नवरात्रों पर।
प्रश्न- बंगाल में किस धार्मिक आयोजन पर सर्वाधिक शोर प्रदूषण होता है?
उत्तर- दुर्गा पूजा पर।
प्रश्न- धार्मिक उत्सवों से कितनी प्रकार का प्रदूषण फ्ैल रहा है?
उत्तर- ध्वनि प्रदूषण व जल प्रदूषण।