प्रश्न- केन्द्रीय भूजल प्राधिकरण ने पानी की कमी के चलते हरियाणा के किन क्षेत्रों को डार्क जोन घोषित किया हुआ है?
उत्तर- रेवाड़ी, खोल, नांगल चौधरी, नारनौल, शाहबाद, समालखा व करनाल विकास खंडों को।
प्रश्न- डार्क जोन क्या होता है?
उत्तर- जिन क्षेत्रों में भूमिगत जल खतरनाक सीमा तक नीचे चला जाता है, उन्हें डार्क जोन कहते हंै।
प्रश्न- केन्द्रीय भूतल जल प्राधिकरण ने वर्ष 2005 में हरियाणा के किन क्षेत्रों को अतिविदोहन क्षेत्र घोषित किया ?
उत्तर- जिला महेन्द्रगढ़ तथा जिला गुड़गांव का फरुखनगर क्षेत्र|
प्रश्न- अतिविदोहन क्षेत्र किसे कहते हैं?
उत्तर- वह क्षेत्र जहां लगातार जल का पुनर्भरण निकाले जाने वाले जल की अपेक्षा कम रहता है, अति विदोहन क्षेत्र कहलाता है। ऐसे क्षेत्रों में सभी जल निकासी संरचनाओं का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होता है।
प्रश्न- क्या भूमि के नीचे कभी न समाप्त होने वाले जल भंडार हैं?
उत्तर- नहीं, यह धारणा गलत है। हमें भूगर्भ से केवल उतना ही जल मिल सकता है, जितना वर्षा जल उसमें हम भेजते हैं। इसलिए वर्षा जल का संरक्षण एवं संवर्द्धन करना आवश्यक है ताकि भूजल रिचार्ज होता रहे।
प्रश्न- विकासशील देशों के कितने लोगों को अभी तक स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा रहा है?
उत्तर- लगभग डेढ़ अरब लोगों को।
प्रश्न- दूषित पेयजल से प्रतिदिन कितने लोग मरते हैं?
उत्तर- औसतन 10 से 20 हजार लोग दूषित जल जनित बीमारियों से प्रतिदिन मरते हैं।
प्रश्न- क्या भूमिगत जल भी दूषित होता है?
उत्तर- आम धारणा यह रही है कि भूजल शुद्ध होता है, यही कारण है कि नलकूपों का पानी बिना शुद्धीकरण के ही प्रयोग किया जाता है। मगर शहरों और उघोगों के ठोस कचरे, रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग, कीटनाशकों के बढ़ते उपयोग के चलते अब भूजल भी तेजी से प्रदूषित होता जा रहा है। 1994 में केन्द्रीय प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड ने 22 क्षेत्रों में भूमिगत जल प्रदूषित पाया।
प्रश्न- सबसे प्रदूषित सागर कौन—सा है?
उत्तर- उत्तरी सागर।
प्रश्न- जल प्रदूषण के प्रमुख कारण क्या—क्या हैं?
उत्तर- औघोगिक अपशिष्ट, मल जल, रासायनिक खाद एवं कीटनाशक, जानवरों के व्यर्थ पदार्थ, साबुन व डिटर्जेंट, शव एवं अस्थि विसर्जन, समुद्री दुर्घटनाएं, नगरीय कचरा आदि।
प्रश्न- क्या बोतल बंद पानी स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त है?
उत्तर- नहीं, ब्रिटेन में हुये शोध के अनुसार बोतल बंद पानी अधिक दिन तक बोतल में रखे रहने से उसमें एंटीमनी रसायन मिल जाता है जो कि बोतल के निर्माण में प्रयुक्त होता है। यह रसायन स्वास्थ्य के लिए घातक है।
प्रश्न- क्या भारत में बिकने वाला बोतल बंद पानी शुद्ध होता है?
उत्तर- नहीं। सी.एस.ई. के शोध ने साबित किया है कि नामी—गिरामी कम्पनियों के बोतल बंद पानी में भी खतरनाक कीटाणु मौजूद होते हैं।